Success Story : नौकरी से धोया हाथ; मिट्टी के बर्तन बनाने का शुरू किया बिजनेस, आज कमा रहा है करोड़ों रुपये

Success Story : सफलता कब किसे मिल जाए कोई पता नहीं है। किसी महापुरुष ने ठीक ही कहा है कि आप मेहनत करते रहिए सफलता खुद ब खुद आपके पास चलकर आएगी और इस राह में आपको बहुत बार Failure का दर्जा मिलेगा। लेकिन जो इसका सामना करता वह मंजिल की ओर चल पड़ता है और जो इससे डरकर पीछे मुड़कर देखता है तो वह कभी सफल नहीं हो पाता।
कुछ इस तरह की कहानी महेंद्र कुमार की है। जिन्हें अपनी नौकरी के निकाल दिया गया था। कोरोना के समय ही उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। बहुत मेहनत की लेकिन बाद में नौकरी नहीं मिल पाई। जिसके बाद वह परेशान होकर फिर से गांव आ गए।

यहां का रहने वाला है महेंद्र Success Story
महेंद्र कुमार अमेठी के ही एक परिवार का रहने वाला है। लेकिन अब ये परिवार लोगों के लिए मिसाल बन गया है। इस परिवार ने अपनी आपदा को अवसर में बदल दिया है।
अमेठी के किसान महेंद्र कुमार ने नौकरी जाने के बाद अपने गांव में खुद का बिजनेस शुरू किया। मिली जानकारी के मुताबिक किसान ने मिट्टी के बर्तन का बिजनेस शुरू किया। बता दें कि महेंद्र कुमार अमेठी जिले के गौरीगंज तहसील के मनीपुर गांव के निवासी है , जो पिछले तीन चार से यह बिजनेस कर रहे हैं।
PM Kisan 15th Kist: किस्त का पैसा लेने से पहले किसानों को करना होगा ये काम, नहीं तो रुक जाएगा पैसा
घर से ही शुरू किया बिजनेस
महेंद्र कुमार ने मुंबई से ही नौकरी कर अपने सफल जीवन की शुरुआत की थी, लेकिन कुछ समय बाद कोरोना काल में उनकी नौकरी चली गई, जिसके बाद महेंद्र बहुत ज्यादा परेशान रहने लगा। इसके बाद महेंद्र ने मुंबई में ही रहकर नौकरी खोजने का प्रयास किया। लेकिन कई दिनों की मेहनत के बाद उनके हाथ कुछ नहीं लगा और वह परेशान होकर अपने गांव आ गए। इसके बाद घर आकर उन्होंने काम की तलाश शुरू की। लेकिन फिर उनके हाथ कुछ नहीं लगा।
जिसके बाद शख्स ने खुद का बिजनेस शुरू करने का फैसला लिया। बता दें कि उन्होंने अपने दोस्त की सलाह से उद्योग विभाग से ऋण लेकर मिट्टी के बर्तन बनाने का काम शुरू किया और आज उनके नाम का डंका पूरे शहर में बज रहा है। जी हां, महेंद्र वर्तमान में लाखों की कमाई कर रहा है।
महेंद्र कुमार ने अपने बिजनेस में इन चीजों का निर्माण किया-
- मिट्टी के गिलास
- कटोरी, मग
- सुराही, कुल्हाड़ी
- त्योहारों पर इस्तेमाल होने वाली मूर्तियां
महेंद्र का कहना है कि वह घर पर ये मूर्तियां तैयार कर बाजार में बेचने जाते हैं, और वह इससे अच्छे खासा लाभ ले रहे हैं।
संघर्ष से शुरू किया अपना बिजनेस
महेंद्र कुमार ने जानकारी दी है कि जब उनके पास रोजगार नहीं था तो उन्होंने कई बार काम ढूंढने की कोशिश की। लेकिन काफी मेहनत के बाद उन्हें निराशा हाथ लगी। परिवार की मुसीबत बढ़ने लगी तो उन्होंने खुद का काम शुरू किया। अब उनकी मिट्टी के बर्तन तेजी से बिक रहे हैं। इस बिजनेस से वह अच्छा खासा लाभ ले रहे हैं।
Banana Cultivation: दो महीनें तैयार होगी केले की खेती, सरकार भी देगी मदद, ऐसे उठाएं सब्सिडी का लाभ